नई दिल्ली ( रिपोर्ट : टी एन भारती) भारत की धरोहर पर बोली जाने वाली भाषाओ मे हिन्दी भाषा को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है।
हिन्दी दिवस के अवसर पर नई दिल्ली के एवान ऐ गालिब सभागार मे फलाही तनजीम अमीज फाउन्डेशन द्वारा हिन्दी मेरी जान शीर्षक से कवी सम्मेलन तथा मुशायरा आयोजित हुआ। इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रोफेसर वसीम बरेलवी ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मुशायरा तथा कवी सम्मेलन भारत की सभ्यता को दर्शाता है । कवि सम्मेलन सामाजिक तौर पर भी साहित्य मुल्य की पहचान का प्रतीक है । उन्होंने कहा कि आज के व्यस्त जीवन मे शायरी इस बात का प्रमाण है कि कविता और गजल से मनुष्य को सकून प्राप्त होता है ।
कार्यक्रम मे विभिन्न प्रकार के कार्य सेवा प्रदान कर रहे राष्ट्रीय तथा अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने वाले प्रसिद्ध शायरो , कवियो और समाज सेवको को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम मे मुशायरा, कवि सम्मेलन के दौरान गजल गायकी का भी संचालन हुआ ।
मुशायरा / कवि सम्मेलन मे राष्ट्रीय तथा अन्तरराष्ट्रीय स्तर के कवि तथा शायर उपस्थित हुए। यश मालविया, प्रताप सोमवनशी , आलोक आरल , फयाज फारूकी,
डॉक्टर नुसरत मेहदी , मुइन शादाब, शाहिद अनजुम, प्रोफेसर रहमान मुससाविर , संजीव निगम , नील सुनील, शारिक मलिक, उम्र इजहार , फैज , अनवर कमाल , सरफराज मकादिम ने अपना कलाम पेश किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार तथा शायर मुईन शादाब ने किया।